संभल : संभल में 24 नवंबर को हुए हिंसा के दौरान पुलिस पर पथराव करने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस महिला का नाम जिकरा बताया गया है। पुलिस ने बताया कि हिंसा के दौरान जिकरा ने छत से पुलिस कर्मियों पर जमकर पत्थर बरसाए थे। हिंसा की कई वीडियो बनाए गए थे, जिनके आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है।
घटना के बारे में बताते हुए पुलिस ने कहा कि 24 नवंबर को दोपहर करीब 12 बजे डीआईजी, डीएम और पुलिस टीम उपद्रवियों को खदेड़ रहे थे। इसी दौरान हिंदूपुरा खेड़ा क्षेत्र में एक महिला द्वारा छत से पथराव किया गया, जिसका वीडियो वायरल हुआ था। पिछले एक महीने से इस महिला की तलाश जारी थी। जिकरा अपनी लोकेशन बदलती रही और रिश्तेदारों के घर में छिपती रही। अंततः असमोली थाना क्षेत्र से उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि हिंसा में कुल 54 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपियों पर एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) के तहत कार्रवाई की जाएगी। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले इन आरोपियों से हर्जाना भी वसूला जाएगा। हिंसा के कारण लगभग 1.18 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
संभल हिंसा मामले में एक और आरोपी सलीम को गिरफ्तार किया गया है। सलीम पर सीईओ अनुज चौधरी पर फायरिंग करने और पुलिस के कारतूस लूटने का आरोप है। यह आरोपी घटना के बाद दिल्ली के सीलमपुर इलाके में छिपा हुआ था। पुलिस की सूचना के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
सलीम पर पहले से ही सात मुकदमे दर्ज हैं और वह गैंगस्टर एक्ट के तहत वांछित था। उसके कब्जे से 12 बोर के पांच कारतूस, एक तमंचा और एक खोखा कारतूस बरामद हुआ। पूछताछ में सलीम ने स्वीकार किया कि उसने अनुज चौधरी पर गोली चलाई थी।
संभल का इतिहास भी चर्चा में रहा है। स्कंद पुराण में संभल महात्म का जिक्र मिलता है। कहा जाता है कि यहां तीन कोणों पर महादेव विराजमान हैं – चंद्रेश्वर महादेव, भुवनेश्वर महादेव और संभलेश्वर महादेव। संभल में कई प्राचीन मंदिर हैं, जिनमें चंद्रेश्वर महादेव मंदिर प्रमुख है। इस मंदिर का इतिहास सतयुग से जुड़ा हुआ है।
मंदिर परिसर में भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश जी, कार्तिकेय और हनुमान जी की मूर्तियां स्थापित हैं। कहा जाता है कि 12वीं सदी में पृथ्वीराज चौहान के शासनकाल में इस मंदिर का विस्तार किया गया।
संभल के प्राचीन मंदिर और उनकी संरचना भारतीय इतिहास और संस्कृति की धरोहर हैं। लेकिन आज इन स्थलों पर अतिक्रमण और अनदेखी के चलते उनका अस्तित्व खतरे में है।
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