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Jan 10 2025 

बोरवेल खुदाई के दौरान पानी और गैस का फव्वारा, 22 टन वजनी मशीन समाई धरती के अंदर

बोरवेल खुदाई के दौरान पानी और गैस का फव्वारा, 22 टन वजनी मशीन समाई धरती के अंदर

ब्रेकिंग न्यूज

  •  31 Dec 2024
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जैसलमेर : जैसलमेर के मोहनगढ़ इलाके में एक अद्भुत और रहस्यमयी घटना घटी है, जिसने न केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत को हैरत में डाल दिया है। यहां 27 बीडी क्षेत्र में बोरवेल की खुदाई के दौरान अचानक ऐसा घटनाक्रम हुआ, जिसने सभी को अचंभे में डाल दिया। यह घटना शनिवार सुबह करीब 10 बजे शुरू हुई, जब तकरीबन 850 फीट गहरी खुदाई के दौरान जमीन फटी और धरती से पानी का तेज उबाल निकलने लगा। इस पानी की गति इतनी तेज थी कि खेत के खेत पानी में डूब गए।

खुदाई के दौरान 22 टन वजनी बोरवेल की मशीन पूरी तरह से गड्ढे में समा गई। स्थानीय लोगों के अनुसार, पानी और गैस का प्रेशर इतना अधिक था कि मशीन समेत ट्रक को जमीन निगल गई। घटना के बाद सभी लोग वहां से भाग खड़े हुए। स्थानीय निवासी कासली ने बताया, "बोरिंग के दौरान अचानक पानी उबलने लगा और मशीन नीचे चली गई। मेरी उम्र 50-60 साल है, लेकिन मैंने ऐसा कभी नहीं देखा।"

पानी के तेज उबाल के साथ-साथ गैस का रिसाव भी हो रहा है, जिससे इलाके में बदबू फैल गई है। प्रशासन ने इस क्षेत्र को 500 मीटर के दायरे में सील कर दिया है। ओएनजीसी और अन्य विशेषज्ञों को मौके पर बुलाया गया है। प्रशासन पानी के फव्वारे को रोकने के प्रयास में जुटा है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। स्थानीय लोग भी इस घटना को देखने के लिए दूर-दूर से पहुंच रहे हैं।

घटना स्थल पर रेत के समंदर की जगह अब पानी का समंदर नजर आ रहा है। सीमेंट के रंग का पानी और मिट्टी सतह पर देखी जा सकती है। पानी की धार जमीन से 4-5 फीट ऊपर तक उठ रही है। रेत और पानी का यह मिश्रण लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे आसपास का इलाका पूरी तरह से पानी में तब्दील हो गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि पानी के साथ गैस का दबाव इसे और खतरनाक बना सकता है।

स्थानीय लोग इस घटना को देखकर हैरत में हैं। लोगों का कहना है कि उन्होंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा। हालांकि, घटना के कारण किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, लेकिन लोग डरे हुए हैं। प्रशासन ने लोगों को घटनास्थल से दूर रहने की हिदायत दी है।

घटनास्थल पर प्रशासन मुस्तैद है और ओएनजीसी के साथ-साथ केयर्न एनर्जी और वेदांता समूह की टीमों को भी बुलाया गया है। पानी के साथ निकल रही गैस की जांच की जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना प्राकृतिक गैस के दबाव या भूमिगत जल स्रोत के कारण हो सकती है।

पानी का उबाल अब भी जारी है और यह थमने का नाम नहीं ले रहा। यह घटना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। पानी और गैस का प्रेशर अगर बढ़ता है तो यह और भी खतरनाक हो सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पानी का फव्वारा पिछले तीन दिनों से लगातार निकल रहा है।

यह घटना जैसलमेर के इस रेतीले इलाके में एक नया रहस्य लेकर आई है। प्रशासन, विशेषज्ञ और स्थानीय लोग सभी यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर यह पानी और गैस कहां से आ रहे हैं।

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