पुष्पा (अल्लू अर्जुन) को तेलंगाना हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है। पहले उन्हें नामपल्ली कोर्ट ने 14 दिन की हिरासत में भेजने का आदेश दिया था, लेकिन हाई कोर्ट ने उन्हें राहत दी। आज का दिन अल्लू अर्जुन और उनके करोड़ों फैंस के लिए एक पैनिक का दिन रहा। दोपहर में पुलिस ने अल्लू अर्जुन को उनके घर जाकर गिरफ्तार किया। पुलिस उनके बेडरूम तक पहुंची, और न तो उन्हें नाश्ता करने का मौका दिया और न ही कपड़े बदलने का।
अल्लू अर्जुन पर जो आरोप लगे हैं, वे उच्च न्यायालय में खड़े नहीं हो सके। बीजेपी ने अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी को एक बड़ा मुद्दा बना दिया और आरोप लगाया कि उन्हें फंसाया गया है। अब सवाल यह उठ रहा है कि अल्लू अर्जुन पर लगे आरोपों की सच्चाई क्या है?
हैदराबाद पुलिस अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार करने उनके बेडरूम में पहुंची। उन्हें न तो खाने का समय दिया गया, न कपड़े बदलने का मौका मिला। जिस हालत में अल्लू अर्जुन अपने घर में बैठे थे, उसी हालत में पुलिस ने उन्हें उठाया और गिरफ्तारी की तस्वीरें सामने आईं।
इन तस्वीरों में अल्लू अर्जुन हाफ टी-शर्ट में दिखाई दे रहे हैं, जबकि जैसे ही वे लिफ्ट से नीचे आए, उनके कपड़े बदल गए थे और वे स्टाइलिश अंदाज में चाय पी रहे थे। अल्लू अर्जुन को पता भी नहीं था कि सुबह-सुबह पुलिस बिना सूचना के उनके घर पहुंचेगी और उन्हें गिरफ्तार कर ले जाएगी।
अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी से उनका पूरा परिवार तनाव में आ गया। कभी वे अपनी पत्नी को समझाते हुए कहते रहे कि "सब कुछ ठीक हो जाएगा", तो कभी पुलिसवालों को यह समझाते रहे कि बिना इजाजत किसी के बेडरूम में इस तरह से घुसना ठीक नहीं है। गिरफ्तारी के दौरान अल्लू अर्जुन अपनी मुस्कान छुपाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने पुलिस से ना उलझने की कोशिश की और न ही भागने की कोशिश की। उनके द्वारा पहनी गई सफेद हुडी पर हिंदी में "फ्लावर ही फायर है" लिखा था, जो शायद उनके मन की बात थी।
अल्लू अर्जुन को पुलिस ने अपनी कार में बैठाकर चिकड़पल्ली पुलिस थाने ले जाया। पुलिस थाने में पहुंचने के बाद, उनके भाई सिरीश भी वहां पहुंचे। परिवार के लिए यह बिल्कुल अप्रत्याशित था, और वे पूरी तरह से तनाव में थे।
अल्लू अर्जुन से पुलिस ने करीब 20 मिनट तक पूछताछ की। इसके बाद उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया। पुलिस का व्यवहार उसी तरह था, जैसे किसी अन्य आरोपी के साथ होता है। इस घटना ने हैदराबाद और तेलंगाना में सनसनी मचा दी, और सोशल मीडिया पर "अल्लू अर्जुन अरेस्ट" ट्रेंड करने लगा।
हैदराबाद पुलिस ने अल्लू अर्जुन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। यह मामला एक महिला की मौत से जुड़ा हुआ है, जो संध्या थिएटर में हुई भगदड़ का हिस्सा थी। पुलिस ने अल्लू अर्जुन के खिलाफ तीन धाराओं में केस दर्ज किया - धारा 105 (गैर-इरादतन हत्या), धारा 118 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), और धारा 3 (सार्वजनिक उत्पात)। इन आरोपों के तहत अगर अल्लू अर्जुन दोषी पाए गए, तो उन्हें कम से कम 5 साल की सजा हो सकती है, और अधिकतम सजा आजीवन कारावास हो सकती है।
अल्लू अर्जुन को रिमांड पर भेजने के बाद, उनके वकीलों ने हाई कोर्ट में जमानत की याचिका दायर की। हाई कोर्ट में दो घंटे तक सुनवाई चली, और अंत में अल्लू अर्जुन को अंतरिम जमानत मिल गई। वकीलों ने दलील दी कि अल्लू अर्जुन के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता, क्योंकि वह सिनेमा हॉल के लोगों को जानकारी देकर ही वहां पहुंचे थे, और सुरक्षा की जिम्मेदारी थिएटर की थी।
मृतक महिला के पति, भास्कर मुकुट पल्ली, जिन्होंने एफआईआर दर्ज करवाई थी, अब यह कह रहे हैं कि अल्लू अर्जुन की इसमें कोई गलती नहीं थी। भास्कर ने केस वापस लेने का इरादा भी जताया। उनका कहना है कि अल्लू अर्जुन को देखना उनके बेटे की इच्छा थी, और उस वजह से वे फिल्म देखने गए थे। भास्कर का कहना है, "अल्लू अर्जुन की कोई गलती नहीं है, और मैं केस वापस लेने के लिए तैयार हूं।"
अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी के बाद, उनके फैंस की भारी भीड़ उनके घर के बाहर और पुलिस थाने के बाहर जमा हो गई। उनकी सुरक्षा के लिए 50 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए। अल्लू अर्जुन की एक झलक पाने के लिए उनके फैंस थाने तक पहुंचे। यह घटनाक्रम तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में सियासी हलचल का कारण भी बना।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी पर इस गिरफ्तारी को लेकर सवाल उठने लगे हैं। बीजेपी ने इसे चंद्रबाबू नायडू की सरकार से जोड़ते हुए यह आरोप लगाया कि यह गिरफ्तारी नायडू के इशारे पर की गई है। वहीं, संध्या थिएटर के मालिक ने एक पत्र जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्होंने अल्लू अर्जुन और फिल्म की टीम को थिएटर में आने की सूचना पहले ही दे दी थी। उनका कहना है कि अगर पुलिस व्यवस्था के लिए नहीं आई थी, तो इसके लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाए?
अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा ने अब तक करोड़ों रुपये का कलेक्शन किया है और उनकी फैन फॉलोइंग न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में है। अब जबकि उन्हें हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है, फिर भी उनकी मुश्किलें खत्म नहीं हुई हैं। उनके ऊपर लगे आरोप और गिरफ्तारी का मामला अभी भी पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ है।
© Copyright 2025 by शिवंलेख - Design & Developed By Codes Acharya