उतरांव पुलिस की सक्रियता से अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में बड़ी सफलता मिली है, जिससे क्षेत्रीय जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है। पुलिस द्वारा की गई निष्पक्ष कार्रवाई, विशेष रूप से पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर हुए जानलेवा हमले के मामले में, ने लोगों के बीच पुलिस के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित किया है।
पिछले 14 महीनों के अंदर उतरांव थाना क्षेत्र की तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है। शत-प्रतिशत मुकदमों में वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पुलिस की तेज और त्वरित कार्रवाई से अपराधियों के हौसले पस्त हो गए हैं। अब अपराध करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लग रहा है।
थानाध्यक्ष पंकज कुमार त्रिपाठी ने 14 जुलाई 2023 को उतरांव थाने का चार्ज लिया था और तभी से उन्होंने इलाके के शत-प्रतिशत अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। बड़ी वारदातों का समय पर खुलासा और अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी से जनता में सुरक्षा का माहौल बना है। उनके कार्यकाल में अब तक 70 से अधिक वांछित अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
18 मार्च 2024 की रात मोतिहां गाँव के युवक रंजीत कुशवाहा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अगले ही दिन, 19 मार्च को पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके अलावा, 7 मार्च 2024 को दमगड़ा गाँव में दो समुदायों के बीच हुए विवाद में आठ अभियुक्तों को संगीन धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया।
13 नवंबर 2023 को छबिलहां गाँव में अनिल कुमार श्रीवास्तव की हत्या हुई थी, जिसमें चार अभियुक्तों को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इसी तरह 24 अक्टूबर 2023 को बेनीपुर गाँव के पास अवधेश यादव पर हुए हमले में शामिल अपराधियों को भी तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
उतरांव पुलिस ने अवैध गतिविधियों पर भी कड़ी नजर रखी है। 13 अगस्त 2023 को लगभग 25 लाख रुपये की शराब बरामद की गई थी, और 30 मार्च 2024 को बाइक चोरों के गिरोह को दबोच कर 13 चोरी की बाइकों को बरामद किया गया। इन चोरों ने कई थाना क्षेत्रों में अपराध कर पुलिस को चुनौती दी थी।
18 मार्च 2024 को उतरांव पुलिस ने रेहथू गाँव में छापा मारकर 80 लाख रुपये की अफीम बरामद की, जिसे अवैध रूप से उगाया जा रहा था। इसके अलावा, 24 अप्रैल 2024 को हाईवे पर लूटपाट की घटना को अंजाम देने वाले तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर लूटी गई संपत्ति भी बरामद की गई। लुटेरों को मात्र 8 घंटे में दबोच लिया गया, जो हडिया के ढोकरी, सराय मंसूर के रहने वाले थे।
27 अप्रैल 2024 को समोधीपुर गाँव के एक अपराधी, जिसने तीन साल की मासूम बच्ची के साथ अमानवीय कृत्य किया था, को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इसी तरह 15 मई 2024 को हंडिया के बीदा गाँव के लाल मणि की हत्या में पुलिस ने मात्र चार घंटे के अंदर उनकी पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा किया।
23 सितम्बर 2024 की रात मोहीउद्दीनपुर में एक स्कूल से चोरी करने जा रहे दो चोरों को पुलिस ने रंगे हाथों पकड़कर जेल भेज दिया। इसी प्रकार 29 सितम्बर को सैदाबाद के पूर्व ब्लॉक प्रमुख राधेश्याम पटेल पर सलेमपुर गाँव के पास हुए जानलेवा हमले में, पुलिस ने आधा दर्जन अभियुक्तों में से पांच को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि कई निर्दोष लोगों को बेवजह जेल जाने से बचा लिया। पुलिस की निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई से क्षेत्रीय जनता का पुलिस पर विश्वास और भी मजबूत हुआ है।
उतरांव पुलिस ने इस दौरान "तू डाल डाल, तो मैं पात पात" की कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है, जहां अपराधियों के लिए बचना मुश्किल हो गया है।
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