जयपुर शहर के सदर पुलिस स्टेशन ने रविवार को एक महिला को लगभग 14 पुरुषों के खिलाफ बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज करने के बहाने ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया । शिकायत के मुताबिक, भावना शर्मा ने नितिन मीणा से दोस्ती की और उस पर शादी का दबाव डाला। जब उसने इनकार कर दिया, तो उसने कथित तौर पर झूठे बलात्कार के आरोप दायर करने की धमकी दी और पैसे की मांग की। नितिन मीना ने कहा कि भावना पहले भी कई लोगों के खिलाफ इसी तरह के मामले दर्ज करा चुकी है। एक मामले में, भावना ने ज्योति नगर पुलिस स्टेशन में मीना के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया। 2016 के बाद से महिला द्वारा दर्ज कराए गए बलात्कार के अधिकांश मामलों में पुलिस द्वारा क्लोजर रिपोर्ट दायर की गई थी, और एक मामले में आरोपी को अदालत ने बरी कर दिया था। पुलिस ने बताया कि महिला ने ब्लैकमेलिंग के लिए ज्यादातर जयपुर के वकीलों को निशाना बनाया था।
भावना शर्मा के खिलाफ 8 मई को सदर थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी थी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भावना शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। उसे अदालत में पेश किया गया और पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। जांच से पता चला कि उसने पिछले कुछ वर्षों में 14 मामले दर्ज किए हैं और उनमें से कई झूठे पाए गए। कुछ मामलों में तो इन्हें आधारहीन बताकर खारिज करते हुए अंतिम रिपोर्ट या एफआर (False Report) पहले ही पेश की जा चुकी है। अन्य मामलों में जांच चल रही है।
महिलाओं के खिलाफ अपराध की विशेष जांच इकाई के अतिरिक्त डीसीपी गुरु शरम राव ने मीडिया से बात करते हुए पुष्टि की कि जांच के दौरान भावना शर्मा को जबरन वसूली का दोषी पाया गया था। पुलिस को ऑनलाइन लेनदेन रिकॉर्ड सहित पर्याप्त सबूत मिले जो उसके खिलाफ आरोपों का समर्थन करते थे। उन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 388 और 504 के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि आरोपी युवती को गिरफ्तार लिया गया है आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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