प्रयागराज : प्रयागराज के सदर तहसील में तैनात राजस्व निरीक्षक (कानूनगो) राम कृष्ण मिश्रा को विजिलेंस टीम ने बुधवार को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी धूमनगंज थाना क्षेत्र के पीपल गांव में जमीन की पैमाइश की रिपोर्ट देने के एवज में रिश्वत मांगने के आरोप के तहत की गई।
गयासुद्दीनपुर की रहने वाली सुमन देवी ने विजिलेंस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी पुश्तैनी जमीन, जो सदर तहसील के अंतर्गत शाह उर्फ पीपल गांव में स्थित है, पर कुछ दबंगों ने कब्जा करने की कोशिश की। पति की मृत्यु के बाद जमीन उनके नाम दर्ज हो गई थी। जब उन्होंने जमीन की पैमाइश कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया, तो राजस्व निरीक्षक द्वारा पैमाइश गलत तरीके से की गई। इस पर आपत्ति दर्ज कराने के बाद एसडीएम ने पुनः पैमाइश कर सही रिपोर्ट देने का आदेश दिया।
सुमन देवी के साथ, सोरांव के सेवाइत दांदूपुर निवासी मनोज कुमार, जो इस मामले की देखरेख और पैरवी कर रहे थे, ने कानूनगो राम कृष्ण मिश्रा से मिलकर सही रिपोर्ट देने का अनुरोध किया। आरोप है कि कानूनगो ने पैमाइश की रिपोर्ट देने के बदले 10 हजार रुपये रिश्वत मांगी और बुधवार को पैसा लाने को कहा।
शिकायत पर विजिलेंस के प्रभारी नन्हे राम सरोज के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई, जिसमें इंस्पेक्टर एचडी सिंह, औरंगजेब खान, राकेश चंदेल, ओपी सिंह समेत 12 पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया। योजना के अनुसार, सुभाष चौराहे पर ट्रैप लगाकर आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
पहले, आरोपी ने पैसा लेने के लिए ट्रिपल आईटी चौराहा झलवा बुलाया था, लेकिन बाद में उसने सुभाष चौराहे पर बुलाने का निर्णय लिया। शाम करीब चार बजे, पीड़ित पक्ष सुभाष चौराहा स्थित पेट्रोल पंप के पास पहुंचे। इसके बाद, आरोपी को पीवीआर रोड पर बुलाया गया, जहां बोलेरो गाड़ी में सवार आरोपी को जैसे ही 10 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर दिए गए, पहले से तैनात विजिलेंस टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
दो माह में तीसरा कानूनगो गिरफ्तार:
गौरतलब है कि बीते 25 जून को एंटी करप्शन की टीम ने होलागंढ़ के कानूनगो राजेंद्र शर्मा को 6 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। इसके बाद, 3 जुलाई को फूलपुर के कानूनगो राम शरण सिंह को 7 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। और अब, दो महीनों के भीतर यह तीसरी गिरफ्तारी है जिसमें विजिलेंस ने एक और कानूनगो को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है।
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