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जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय का छठवां दीक्षांत समारोह का आयोजन - स्वर्ण पदक पाने में बेटियों ने बेटों को छोड़ा पीछे

जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय का छठवां दीक्षांत समारोह का आयोजन

शिक्षा

  •  26 Sep 2024
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बलिया । जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय का छठवां दीक्षान्त समारोह बुधवार को गंगा बहुद्देशीय सभागार में कुलाधिपति व राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल की अध्यक्षता में हुआ। इस अवसर पर कुलाधिपति ने स्नातक के 19,448, स्नातकोत्तर के 3,894 सहित कुल 23,342 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की। इसमें 9,452 छात्र तथा 13,890 छात्राएं थीं। उन्होंने दो विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि तथा अपनी कक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले 42 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किया। स्वर्ण पदक पाने वालों में 34 छात्राएं तथा 8 छात्र थे।

सभी विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली एमएससी (जन्तु विज्ञान) की छात्रा आयुषी कुमारी सिंह को चांसलर मेडल प्रदान किया गया। दीक्षान्त समारोह को सम्बोधित करते हुए कुलाधिपति आनन्दीबेन पटेल ने कहा, "आप सबको संबोधित करते हुए मुझे अत्यंत गर्व होता है। आज इस भूमि पर उपस्थित होकर आप सबको संबोधित कर रही हूँ, जो संतों, ऋषियों, राष्ट्रनायकों, स्वतंत्रता सेनानियों, कलाकारों एवं साहित्यकारों की भूमि है। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नायक मंगल पाण्डेय तथा 1942 की क्रांति के नायक चित्तू पाण्डेय इसी धरती की उपज हैं। भारतीय राजनीति को नई दिशा देने वाले जयप्रकाश नारायण और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर जी की यह भूमि है। मैं इस धरती को नमन करती हूँ।"

उन्होंने आगे कहा कि आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री रामचेत चौधरी ने काला नमक चावल को पुनर्जीवित करने का काम किया है, जो अब देश-विदेश में चर्चित है। उन्होंने उपाधि एवं गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई दी और उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा, "उपाधि एवं मेडल प्राप्त करने में लड़कियां सबसे आगे हैं। कैसे धीरे-धीरे लड़कियां आगे बढ़ रही हैं और लड़के पिछड़ रहे हैं।"

उन्होंने शिक्षा संस्थानों की इमारतों के निर्माण और सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने की बात की। उन्होंने कहा, "मैंने एक विश्वविद्यालय की इमारत देखी, जहां कक्षा में ब्लैकबोर्ड के नीचे प्लेटफार्म नहीं था, जिससे शिक्षकों को पढ़ाने में कठिनाई होती है। मैंने सभी क्लासरूम में ब्लैकबोर्ड के नीचे प्लेटफार्म बनवाने के निर्देश दिए हैं।"

कुलाधिपति ने शिक्षकों से कहा कि वे बच्चों को यह सिखाएं कि जिस इमारत को वे बनाएंगे, उसमें क्या सुविधाएं होनी चाहिए। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए छोटे टॉयलेट बनाने की बात कही और विश्वविद्यालयों से आग्रह किया कि बच्चों को वह शिक्षा दें, जिसका उपयोग वे समाज में कर सकें।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री उषा योजना के तहत 13 करोड़ रुपए मिले हैं और इसका योजना प्रस्तुतिकरण राजभवन में सभी विश्वविद्यालयों के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नैक बंद हो गया है और अब बाइनरी नाम की नई स्कीम आ रही है, जिस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

कुलाधिपति ने कहा कि इस क्षेत्र के कौशल विकास में बच्चों को आगे बढ़ाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने प्रत्येक छात्र के लिए 7.50 लाख रुपए का प्रावधान बजट में किया है, जिससे बड़ी-बड़ी कंपनियों में इंटर्नशिप कराने का अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री ने सभी कंपनियों से कहा है कि वे इंटर्नशिप के लिए छात्रों को मना नहीं कर सकते और भविष्य में रोजगार भी देंगे। मुद्रा योजना के तहत मिलने वाली राशि अब 20 लाख रुपए हो गई है, जिससे छात्र अपना रोजगार शुरू कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में पद्मश्री प्राप्त वैज्ञानिकों से मिलकर यह विश्वविद्यालय और क्षेत्र कृषि में कैसे आगे बढ़ सकता है, इस पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे लेखन कार्य करें और रिसर्च के परिणामों को प्रकाशित करें।

समारोह में कुलाधिपति ने 150 आंगनबाड़ी केंद्रों को किट प्रदान की और विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेताओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने कहा कि यह किट बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास में सहायक होगी।

प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक पद्मश्री रामचेत चौधरी ने कहा कि विश्वविद्यालय का खुले और प्राकृतिक वातावरण में होना एक अच्छी बात है। उन्होंने सेवानिवृत्त शिक्षकों से समाज के लिए सकारात्मक कार्य करते रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि बलिया की विशेषताओं जैसे बिंदी, जलमग्न धान और सत्तू के लिए भौगोलिक सूचकांक (GI) टैग दिलाने का काम किया जाए, जिससे क्षेत्र को विशेष पहचान मिल सके।

उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय और उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं और कुलाधिपति के संदेश को जीवन में उतारने का आग्रह किया। समारोह में जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, एसपी विक्रांत वीर, सीडीओ ओजस्वी राज और अन्य सम्मानित अतिथि उपस्थित थे।

कुलाधिपति आनन्दीबेन पटेल ने बसंतपुर स्थित जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में नवनिर्मित अटल प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया और वृक्षारोपण किया। इसके बाद उन्होंने परिसर का दौरा किया और सभी कक्षों को देखा।

दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति ने 150 आंगनबाड़ी केंद्रों को किट वितरित की। साथ ही, विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए परिषदीय विद्यालयों के विजेता विद्यार्थियों को शैक्षणिक किट और फलों की टोकरी देकर हौसला बढ़ाया।

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