आज कुवैत से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। कुवैत के मंगाफ इलाके में बुधवार सुबह एक इमारत में भीषण आग लग गई। यह घटना स्थानीय समय के अनुसार सुबह 6 बजे के करीब हुई। आग कुवैत के दक्षिणी मंगाफ जिले की एक छह मंजिला इमारत में लगी, जिसमें 160 से ज्यादा मजदूर रहते थे।
आग लगने का समय सुबह का था, जब अधिकांश लोग सो रहे थे। इस वजह से उन्हें आग से बचने का मौका नहीं मिल पाया और देखते ही देखते वे आग की चपेट में आ गए। इस दर्दनाक हादसे में कई लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
मौत और घायलों का आंकड़ा
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इस हादसे में 49 मजदूरों की मौत हो गई जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हैं। मरने वाले मजदूरों में 40 भारतीय थे। जिस इमारत में आग लगी, उसका इस्तेमाल श्रमिकों के आवास के लिए किया जाता था।
कुवैत के उप प्रधानमंत्री का बयान
घटना के बाद कुवैत के उप प्रधानमंत्री शेख फहद यूसुफ साउथ अल सबाह ने घटनास्थल का दौरा किया। जांच के बाद उन्होंने कहा, "आज जो कुछ भी हुआ वह कंपनी और इमारत के मालिकों के लालच का नतीजा है।" उन्होंने तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया है ताकि इस तरह के उल्लंघनों को रोका जा सके, जहां बड़ी संख्या में श्रमिकों को एक आवासीय इमारत में ठूस दिया जाता है। उप प्रधानमंत्री ने इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।
घटना का कारण और परिणाम
आग निचली मंजिल के रसोई में लगी और तेजी से पूरी इमारत में फैल गई। आग इतनी तेजी से फैली कि कम समय में ही पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया। फिलहाल, काफी प्रयासों के बाद आग पर काबू पा लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है कि आग किस कारण से लगी थी।
मजदूरों की त्रासदी
इमारत के अंदर कमरों में ज्यादा लोगों के होने के कारण उन्हें बाहर निकलने का मौका नहीं मिला और दम घुटने से कई आवासीय मजदूरों की मौत हो गई। इस दौरान, एक मजदूर आग से बचने के लिए हताश होकर पांचवीं मंजिल से कूद गया और बालकनी के किनारे से टकरा गया, जिससे उसकी भी मौत हो गई। इस भीषण आग के कारण इमारत पूरी तरह से तबाह हो गई है। जांच जारी है और संबंधित अधिकारियों द्वारा उचित कदम उठाए जा रहे हैं।
कुवैत के मंगाफ शहर में कर्मचारियों की आवासीय इमारत में भीषण आग लगने से 40 से अधिक भारतीयों की मृत्यु हो गई है। इस दुखद घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलाई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बयान में कहा है कि "केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत जाएंगे।" इस मुद्दे पर एक्शन लेते हुए प्रधानमंत्री ने तत्काल बैठक बुलाने का निर्णय लिया है, जिसमें कई उच्च अधिकारी शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय के अधिकारी कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत जाकर वहां की पूरी जानकारी प्रधानमंत्री को देंगे।
यह हादसा बुधवार की सुबह कुवैत की एक लेबर बिल्डिंग में हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक, छह मंजिला इमारत के ग्राउंड फ्लोर के किचन में सिलेंडर फटने से आग लगी थी। इस घटना में 40 भारतीयों समेत कुल 49 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
भारतीय उच्चायोग ने मौके पर पहुंचकर घायलों से मुलाकात की है और आवश्यक सहायता प्रदान की है। लेकिन अब प्रधानमंत्री ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बैठक करने का फैसला किया है, जिसके बाद विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह को कुवैत भेजा जाएगा।
सोशल मीडिया पर इस हादसे को लेकर कई तरह के बयान आ रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि लालची मालिकों की वजह से तमाम भारतीयों को यह त्रासदी झेलनी पड़ी है।
इस हादसे की सही वजह और कितने भारतीयों की जान गई है, इसका सटीक पता लगाने के लिए अधिकारियों की एक टीम कुवैत भेजी जा रही है। अभी तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, कम से कम 50 से अधिक भारतीय इस आग में झुलसे हैं।
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