लखनऊ। जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जयप्रकाश नारायण कन्वेंशन सेंटर जाने से रोकने पर प्रदेश भर में सपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सपा मुख्यालय के समक्ष पुलिस प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर बैरिकेडिंग की। इस दौरान पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई। भाजपा सरकार के विरोध के बावजूद अखिलेश यादव ने सड़क पर उतरकर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और समाजवादी नेता भारतरत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने विक्रमादित्य मार्ग स्थित अपने आवास के बाहर ही जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण के नाम पर जो इमारत बनाई गई है, उसे छिपाया जा रहा है, क्योंकि इसके पीछे साजिश है। अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि भाजपा सरकार जेपी एनआईसी में क्या छिपाना चाहती है और वहां क्यों नहीं जाने देना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार जेपी एनआईसी को बेचने की साजिश कर रही है। इससे पहले सरकार ने किसान बाजार और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स को भी बेच दिया।
उन्होंने भाजपा पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान का विरोध करने का आरोप लगाया। अखिलेश यादव ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जो कि जेपी आंदोलन से निकले हैं, भाजपा की तानाशाही सरकार से समर्थन वापस ले सकते हैं।
इस अवसर पर सपा के कई वरिष्ठ नेता, जिनमें नेता विरोधी दल विधान परिषद माता प्रसाद पाण्डेय, नेता विरोधी दल लाल बिहारी यादव, सपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी, और पूर्व नेता विरोधी दल रामगोविन्द चौधरी शामिल थे, ने जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की तारीफ करते हुए कहा कि त्योहार के बावजूद वे सड़क पर उतरकर संघर्ष में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार साजिश और षड्यंत्र के जरिये सपा कार्यकर्ताओं को रोकना चाहती है, लेकिन समाजवादी हर समय संघर्ष के लिए तैयार रहते हैं।
समाजवादी पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव के आवास के बाहर लगाए गए बैरिकेड्स को पार करने का प्रयास किया और नारेबाजी की। एक कार्यकर्ता ने खुद को जंजीरों में बांधकर प्रदर्शन किया। इसके अलावा, जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर को भी सील कर बैरिकेडिंग की गई है।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा, "भाजपाई लोग हो या इनकी सरकार, इनका हर काम नकारात्मकता का प्रतीक है। पिछली बार की तरह समाजवादी लोग जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने न चले जाएं, इसलिए उन्हें रोकने के लिए हमारे आवास के आसपास बैरिकेडिंग की गई है। भाजपाई हमेशा स्वतंत्रता सेनानियों और स्वतंत्रता आंदोलन के विरोधी रहे हैं। रास्ते रोकना उन्होंने औपनिवेशिक शक्तियों का साथ देने से सीखा है।"
इस मौके पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और भाजपा सरकार के रवैये के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
© Copyright 2025 by शिवंलेख - Design & Developed By Codes Acharya