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भीषण गर्मी और लू से बचाव के उपाय: आपदा विशेषज्ञ अनुपम शेखर तिवारी की सलाह

भीषण गर्मी और लू से बचाव के उपाय: आपदा विशेषज्ञ अनुपम शेखर तिवारी की सलाह

मौसम

  •  13 Jun 2024
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आईएमडी ने जनपद में जारी की ओरेन्ज श्रेणी की चेतावनी

प्रतापगढ़: आगामी दिनों में प्रतापगढ़ जिले में तापमान 40-42 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने जिले में भीषण गर्मी और लू के प्रकोप की चेतावनी जारी की है, जिसमें जिले को ओरेन्ज श्रेणी में रखा गया है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आपदा विशेषज्ञ अनुपम शेखर तिवारी ने इस स्थिति को देखते हुए जनता के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

लू से बचाव के उपाय:

  1. जलयोजन और पोषण:

    • अधिक से अधिक पानी पिएं, चाहे प्यास न लगी हो।
    • ओआरएस, लस्सी, चावल का पानी (माड़), नींबू पानी, और छाछ जैसे पेय पदार्थों का सेवन करें।
    • घर से बाहर निकलते समय पीने का पानी साथ लेकर चलें।
  2. वस्त्र और सुरक्षात्मक उपाय:

    • हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले हल्के वस्त्र पहनें।
    • धूप के चश्मे, छाता, टोपी और चप्पल का प्रयोग करें।
    • खुले में कार्य करते समय सिर, चेहरा, हाथ और पैरों को गीले कपड़े से ढकें।
  3. घर और कार्यस्थल का प्रबंधन:

    • घर को ठंडा रखने के लिए पर्दे और दरवाजों का उपयोग करें।
    • शाम और रात के समय घर और कमरों को ठंडा करने के लिए इन्हें खोलें।
    • पंखे और गीले कपड़ों का उपयोग करें।
    • कार्यस्थल पर ठंडा पानी उपलब्ध कराएं और कर्मियों को सीधी सूर्य की रोशनी से बचने के लिए सावधान करें।
  4. विशेष सावधानियां:

    • जानवरों और बच्चों को बंद या खड़ी गाड़ियों में अकेला न छोड़ें।
    • दोपहर 12 से अपराह्न 3 बजे के बीच सूर्य की रोशनी में जाने से बचें।
    • घर के निचली मंजिल पर रहने की कोशिश करें।
    • गहरे रंग के भारी और तंग कपड़े न पहनें।
    • श्रमसाध्य कार्यों को ठंडे समय में करने का प्रयास करें।

लू के लक्षण और उपचार:

  • लक्षण: गर्म, लाल और शुष्क त्वचा, पसीना न आना, तेज पल्स, उथली श्वास गति, व्यवहार में परिवर्तन, भ्रम की स्थिति, सिरदर्द, मितली, थकान, कमजोरी, चक्कर आना, और मूत्र में कमी।
  • उपचार: लू से प्रभावित व्यक्ति को छाया में लिटाकर सूती गीले कपड़े से पोछें या नहलाएं और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

जोखिम में अधिक लोग:

  • शराब की लत वाले, हृदय रोगी, पुरानी बीमारी से ग्रस्त लोग, मोटापे से पीड़ित, पार्किंसंस रोगी, अधिक उम्र के लोग, अनियंत्रित मधुमेह के रोगी, और विशेष दवाओं का सेवन करने वाले लोग (जैसे डाययूरेटिक, एंटीहिस्टामिनिक, मानसिक रोग की कुछ दवाएं) लू से अधिक प्रभावित हो सकते हैं।

लू के इन सावधानियों और दिशा-निर्देशों का पालन कर हम स्वयं और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। भीषण गर्मी के इस मौसम में सचेत रहना और स्वास्थ्य का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है।

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