लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 73वें अखिल भारतीय पुलिस रेसलिंग क्लस्टर-2024 का भव्य उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ शरीर ही समर्थ समाज और सशक्त राष्ट्र की परिकल्पना को साकार कर सकता है। उन्होंने भारतीय परंपरा में खेल और शारीरिक गतिविधियों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि प्राचीन काल से ही भारतीय ऋषियों ने 'शरीरमाद्यं खलु धर्म साधन' की उद्घोषणा की है, जिसका अर्थ है कि धर्म के सभी साधन एक स्वस्थ शरीर से ही संभव हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि खेलकूद, योगासन और प्राणायाम जैसी गतिविधियाँ शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। खेल हमें न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाते हैं, बल्कि जीवन में संतुलित व्यवहार और कार्य के प्रति समर्पण की भावना भी विकसित करते हैं। उन्होंने कहा कि कई बार हार भी हमें बड़ी जीत के लिए तैयार करती है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 73वें अखिल भारतीय पुलिस रेसलिंग क्लस्टर-2024 की मशाल सशस्त्र सीमा बल की मुख्य आरक्षी सुश्री शालिनी पवार को सौंपी। इसके बाद खिलाड़ियों ने मार्चपास्ट किया और विभिन्न खेल विधाओं का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता का आयोजन सशस्त्र सीमा बल द्वारा किया जा रहा है, जिसमें 378 महिला खिलाड़ी भी भाग ले रही हैं। यह प्रतियोगिता अगले चार दिनों तक चलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खेल और खेलकूद गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए व्यापक कार्य योजना बनाई गई है। उत्तर प्रदेश में 57,000 ग्राम पंचायतों में खेल के मैदान, 825 विकास खण्डों में मिनी स्टेडियम, और 75 जनपदों में स्टेडियम निर्माण के कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। राज्य में एक खेल नीति भी बनाई गई है, जिसके तहत ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियाड, और विश्व चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को सीधे प्रदेश पुलिस बल में भर्ती किया जा रहा है। अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को प्रदेश पुलिस बल में शामिल किया जा चुका है, जो उत्तर प्रदेश पुलिस को नई गति प्रदान कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इस आयोजन को 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना का एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से देशभर से आए प्रतिभागियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक अनूठा अवसर मिलेगा।
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